नई दिल्ली
इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट ने जोफ्रा आर्चर से बहुत ज्यादा गेंदबाजी कराए जाने की खबर को खारिज कर दिया है। कहा जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय मैचों में डेब्यू के बाद से आर्चर बहुत ज्यादा गेंदबाजी कर रहे हैं। इस सप्ताह आर्चर को दाईं कोहनी में स्ट्रेस फ्रैक्चर डायग्नोस हुआ है। उन्होंने श्रीलंका के आगामी दौरे से बाहर कर दिया गया है। वह संभवतः आईपीएल भी पूरा नहीं खेल पाएंगे। आर्चर को हर मौके पर गेंदबाजी कराए जाने को लेकर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में जो रूट ने आर्चर की चोट के लिए आईपीएल और बीबीएल जैसी लीग को जिम्मेदार बताया है।
आईसीसी विश्व कप 2020 में भी वह इंग्लैंड के प्रमुख विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे। इसके बाद उन्हें पांच में से चार टेस्ट मैच खेले। लॉर्ड्स में डेब्यू मैच में उन्होंने 44 ओवर फेंके, इसके बाद माउंट मॉनगनुई मे एक पारी में आर्चर ने 42 ओवर फेंके। फर्स्ट क्लास इनिंग में फेंके गएये सबसे अधिक ओवर थे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में उन्होंने सात टेस्ट में तीसरी बार पांच विकेट लिए। इसके बाद कोहनी में सूजन की वजह से उन्हें बचे हुए टेस्ट से बाहर होना पड़ा।
जो रूट ने इस पर ईएसपीएन क्रिकइंफो को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि जोफ्रा आर्चर ने अब तक जितना क्रिकेट खेला है, फ्रैंचाइजीस को मिलाकर, उनमें मुझे नहीं लगता कि उनसे ज्यादा गेंदबाजी कराई गई है। उनके करियर की शानदार शुरुआत हुई थी। अगर आप इंटरनेशनल शेड्यूल देखें तो पता चलेगा कि क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में आपको बहुत मैच खेलने पड़ते हैं। आपको बिग बैश लीग और आईपीएल जैसे टूर्नामेंट खेलने होते हैं। इसकी वजह से मानसिक थकान भी होती है। इसके साथ ही रूट ने आर्चर को ब्रेक लेने की सलाह भी दी है।
जोफ्रा आर्चर ने विश्व कप के बाद से अब तक दो टी-20 और 8 फर्स्ट क्लास मैच। न्यूजीलैंड के खिलाफ 5 मैचों की टी-20 सीरीज में भी उन्हें रेस्ट दिया गया। लॉर्ड्स में सुपर ओवर फेंकने से पहले उन्होंने पेनकिलर इंजेक्शन लिया था। आर्चर ने 2017 में तीनों फॉर्मेट में 624 ओवर फेंके थे। पिछले साल उन्होंने मई में इंग्लैंड के लिए आयरलैंड के खिलाफ डेब्यू बाद भी काफी गेंदबाजी की है।
हेडिंग्ले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आर्चर ने केवल एक मैच में 36 से कुछ कम ओवर फेंके। उस समय उन्होंने दो पारयों में 31.1 ओवर फेंके थे। जो रूट ने कहा कि इंग्लैंड आर्चर को प्रबंधन सही ढंग से कर रहा था। इस साल के अंत में होने वाले टी-20 विश्व कप में वह हमारी प्राथमिकता रहेंगे। अच्छी बात यह रही कि उनकी चोट के बारे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टेस्ट के बाद पता चला। और देर होती तो यह उनके लिए अधिक नुकसानदायक हो सकता था। हम सब उन्हें मिस करेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि आगामी समर तक वह पूरी तरह ठीक होकर मैदान में लौटेंगे।