नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर के मसले पर मलयेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद की टिप्पणी के भारत ने उससे पाम ऑइल के आयात में कटौती कर दी थी। इस बीच दोनों देशों में बीते कई महीनों से जारी तनाव को सुलाझाने के लिए अब कूटनीतिक चैनल से बातचीत की कोशिशें जारी हैं। माना जा रहा है कि मलयेशिया को भारत की नाराजगी का नुकसान उठाना पड़ा है।
दुनिया के दूसरे सबसे बड़े पाम ऑइल उत्पादक देश मलयेशिया को शुक्रवार को कारोबार में झटका लगता दिखा है। पॉम ऑइल की बेंचमार्क कीमतों में शुक्रवार को बीते 11 सालों की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इस बीच मलयेशिया के तेवर कुछ नरम हुए हैं और उसने बातचीत की इच्छा जताई है।
अगले सप्ताह दावोस में होने वाली वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम की मीटिंग से इतर मलयेशियाई वाणिज्य मंत्री डारेल लेइकिंग भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात करेंगे। इस मीटिंग का कोई अजेंडा तय नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि संबंधों में सहजता के लिहाज से यह बैठक अहम होगी।
गुरुवार को रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि मलयेशिया पाम ऑइल पर भारत के साथ विवाद को बढ़ाना नहीं चाहता। मलयेशिया अब भी भारत के साथ कूटनीतिक स्तर पर बातचीत से ही मसला हल करना चाहता है। गौरतलब है कि भारतीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी गुरुवार को कहा था कि सरकार ने मलयेशिया के खिलाफ कोई ऐक्शन नहीं लिया है।