सुकमा
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा Sukma) जिले में एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ (Encounter) हो गई है. कहा जा रहा है कि जिले के अरलमपल्ली जंगल में नक्सलियों और डीआरजी के बीच मुठभेड़ हुई है. पुलिस ने एक नक्सली का शव बरामद किया है. इसके अलावा एक भरमार बंदूक, हेंड ग्रेनेड और पिट्ठू बेग भी पुलिस को मिले हैं. एसपी शलभ सिन्हा ने मुठभेड़ की पुष्टि कर दी है.
बता दें कि बीते 10 फरवरी को नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षाबल के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. सोमवार की सुबह पामेड़ थाना क्षेत्र के जंगलों में सर्चिंग पर निकले सुरक्षाबल के जवानों का सामना नक्सलियों से हो गया था. नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद जवाबी कार्रवाई जवानों की ओर से की गई. इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के चार जवान शहीद हो गए थे. दो अन्य जवान घायल बताए जा रहे थे. इस मुठभेड़ में एक नक्सली भी ढेर हुआ था.
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुातबिक, 204 कोबरा बटालियन में डिप्टी कमाण्डेन्ट समेत चार जवान घायल हुए थे, जिसमें दो जवान शहीद हो गए थे. तिपापुराम कैम्प से ऑपरेशन के लिए जवान निकले थे. घायलों में डिप्टी कमांडर भी शामिल थे. डिप्टी कमांडर की स्थिति नाजुक बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि सर्चिंग के दौरान इरापल्ली वन क्षेत्र में मुठभेड़ हुई.
सोमवार को ही बीजापुर में नक्सल हिंसा के खिलाफ पुलिस को सफलता भी मिली थी. एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया था कि सात नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सरेंडर करने वालों में अमित लेकाम उर्फ शिवाजी, मिरतुर एलओएस डिप्टी कमांडर पद पर लंबे समय था. इसपर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित था. इसके अलावा छह अन्य नक्सलियों ने भी सरेंडर किया है. इसके अलावा पामेड़ एरिया के एलजीएस कमांडर मड़कम शंकर उर्फ हिरमा, एलओएस डिप्टी कमांडर पोयाम मोटू ने भी सरेंडर किया है. इनपर भी 3-3 लाख रुपये का इनाम घोषित था. इसके अलावा जनमिलिशिया सदस्य मड़कम भीमा, मड़कम जोगा, मोहन्ना उर्फ मोहना और तामो हूंगा ने सरेंडर किया है. पुलिस पार्टी पर हमला, ग्रामीणों को धमकी, आगजनी समेत कई मामलों में पुलिस को इनकी तलाश थी.