देश

चिन्मयानंद केसः पीड़िता की तलाश में लगीं 7 टीमें, पुलिस ने जारी किया पोस्टर, स्वामी ने धारण किया मौन व्रत

 
शाहजहांपुर 

पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर प्रताड़ित करने का आरोप लगा, रहस्यमयी ढंग से लापता हुई लड़की की तलाश में उत्तर प्रदेश पुलिस जुट गई है। पुलिस ने सात टीमें बनाई हैं जो पीड़िता की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही हैं। इसके अलावा छात्रा का पोस्टर जारी किया गया है। शाहजहांपुर पुलिस ने पूर्व मंत्री के खिलाफ धमकी और अपहरण की आपराधिक धाराओं में केस दर्ज किया है। लड़की के परिजनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 

23 वर्षीय लड़की चिन्मयानंद के कॉलेज से वकालत की पढ़ाई कर रही थी। उसने 23 अगस्त को अपने सोशल मीडिया साइट पर एक विडियो जारी करके चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए थे। उसके बाद छात्रा रहस्यमयी तरीके से लापता हो गई। 

मीडिया में बात आने के बाद पुलिस ने दर्ज की एफआईआर 
पुलिस ने एफआईआर तभी दर्ज की जब मामला मीडिया में उजागर हुआ और उसके पिता ने अपनी शिकायत यूपी सरकार के पोर्टल पर अपलोड की थी। परिवार ने चिन्मयानंद पर लड़की को गायब करने का आरोप लगाया है। गुरुवार को पुलिस ने एक मेसेज जारी किया। इस मेसेज में आम जनता से लड़की से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी होने पर कोतवाली एसएचओ से संपर्क करने को कहा गया है। 

'मौन व्रत पूरा होने के बाद ही बोलेंगे स्वामी' 
पूर्व मंत्री से जब बात करने का प्रयास किया गया था उनके कानूनी सलाहकार ओम सिंह ने कहा कि वह मौन व्रत कर रहे हैं और अगले तीन दिनों तक कुछ नहीं बोलेंगे। उनका मौत व्रत पूरा होने के बाद वह शाहजहांपुर आएंगे। 

चिन्मयानंद बोले, रची जा रही साजिश 
बुधवार को चिन्मयानंद हरिद्वार में एक आश्रम में नजर आए। यहां कुछ पत्रकारों ने उनसे बात करने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने कोई भी बात करने से इनकार कर दिया। हालांकि, बाद में उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा कि उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। 

पुलिस की खुफिया एजेंसियां की गईं सतर्क 
एएसपी सिटी दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस ने छात्रा का पोस्टर जारी किया है। इसके अलावा पुलिस की सभी खुफिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। हम छात्रा का पता लगाने के लिए अपनी विशेष शाखा से भी बात कर रहे हैं। 

गिरफ्तारी न करने पर पुलिस ने दी सफाई 
यह पूछे जाने पर कि चिन्मयानंद को अब तक पुलिस ने गिरफ्तार या सम्मन क्यों नहीं भेजा है, एएसपी ने कहा, 'हमारी पहली प्राथमिकता छात्रा की बरामदगी है। एक बार जब हमारे पास चिन्मयानंद के खिलाफ प्रत्यक्ष सबूत आ जाएंगे तो उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।' 

पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं छात्रा के पिता 
वहीं छात्रा के पिता ने बताया कि वह पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के 24 घंटे बाद उनकी बेटी के छात्रावास के कमरे की तलाशी ली। कॉलेज प्रशासन को सभी महत्वपूर्ण साक्ष्य निकालने के लिए पर्याप्त समय दिया गया। 

आज सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट 
सुप्रीम कोर्ट के कुछ वकीलों शोभा की अगुवाई में सीजेआई को लिखा और इस पत्र को जस्टिस को सौंपा था। वकीलों के इस पत्र को पीठ ने संज्ञान में लिया। जस्टिस आर बनुमथी और ए एस बोपन्ना की पीठ ने शुक्रवार को मामले को सूचीबद्ध किया। 
 

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment