नई दिल्ली
इस बीच, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने ग्राहकों को नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन यानी NETC फास्टैग को भीम UPI से रिचार्ज करने का विकल्प उपलब्ध कराया है. NPCI की ओर से जारी बयान के मुताबिक भीम UPI आधारित मोबाइल ऐप के जरिये वाहन मालिक रास्ते में चलते-चलते भी अपने फास्टैग को रिचार्ज कर सकेंगे और उन्हें टोल प्लाजा पर लंबी कतारों में लगने की जरूरत नहीं होगी.
एनपीसीआई की मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) प्रवीना राय ने कहा, ‘‘ग्राहकों को NETC फास्टैग का बेहतर अनुभव उपलब्ध कराना हमारा मकसद है. हमारा विश्वास है कि इस सुविधा से उन्हें टोल भुगतान के लिए एक सुगम, सुरक्षित और पारदर्शी माध्यम मिल सकेगा.’’ बता दें कि NETC को भारतीय बाजार की इलेक्ट्रॉनिक टोल की जरूरत को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है.
1.10 करोड़ फास्टैग
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक विभिन्न बिक्री केंद्रों (पीओएस) के जरिए करीब 1.10 करोड़ फास्टैग जारी किए गए हैं. राजमार्ग प्राधिकरण रोज करीब डेढ़ से 2 लाख फास्टैग की बिक्री देख रहा है. एनएचएआई अधिकारियों के मुताबिक हर दिन टोल कलेक्शन करीब 46 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. एक अधिकारी के मुताबिक फास्टैग व्यवस्था शुरू होने के आठ दिन के भीतर ही फास्टैग से रोजाना आधार पर टोल लेनदेन की संख्या करीब 24 लाख पर पहुंच गई है.
क्या है फास्टैग?
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए देशभर के 500 से अधिक टोल प्लाजा पर फास्टैग को लागू किया गया है. फास्टैग को अपनी गाड़ी की विंडस्क्रीन पर लगाना होता है. इसे लगाने के बाद नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा से गुजरने पर वहां लगे कैमरे इसे स्कैन कर लेते हैं. इसके बाद टोल की रकम आपके अकाउंट से अपने आप कट जाती है. ये प्रक्रिया चंद सेकेंड में पूरी हो जाती है. गाड़ी की विंडस्क्रीन पर लगा फास्टैग मोबाइल फोन की तरह रिचार्ज होता है.