नई दिल्ली
राजधानी में रहने वाले 80 साल और इससे ऊपर के बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं को अगामी विधानसभा चुनावों में मतदान के लिए मतदान केंद्रों पर जाने की जरूरत नहीं होगी। ऐसे मतदाताओं के सुविधा के लिए चुनाव आयोग इस बार पोस्टल बैलेट पेपर से मतदान करने का फैसला किया है। इतना ही नहीं, दिल्ली के करीब 1.44 करोड़ मतदाता विधानसभा चुनाव में घर बैठे यह जान सकेंगे कि उनके नजदीकी मतदान केंद्र पर कितनी लंबी लाइन है और अब तक कितने लोगों ने मतदान किया।
दिल्ली चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉक्टर रणबीर सिंह के अनुसार, वोटर वेरिफिकेशन कार्यक्रम शत प्रतिशत पूरा होने के बाद सोमवार को चुनाव आयोग की एक हाई लेवल टीम आई थी, जिसमें आयोग के सीनियर डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर संदीप सक्सेना, इलेक्शन एक्सपेंडेचर मॉनेटरिंग टीम के डीजी दिलीप शर्मा, मीडिया मैनेजमेंट और आईटी डायरेक्टर कुशल पाठक शामिल थे। वरिष्ठ अधिकारियों ने दिल्ली के सभी डिप्टी इलेक्शन अफसर, पुलिस अधिकारियों व बाकी विभागों के अफसरों के साथ मीटिंग की।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार मीटिंग में मौजूद चुनाव आयोग के अफसरों ने बताया कि 80 साल के बुजुर्गों और दिव्यांगों के नाम वोटर लिस्ट में गंभीरता से हाईलाइट व वेरिफाई करने को कहा। उन्होंने बताया कि मतदाताओं के लिए एक नया ऐप भी इस बार लॉन्च किया जाएगा। ऐप का नाम होगा बूथ ऐप। इस ऐप से कोई भी मतदाता घर बैठे यह पता कर सकता है कि उसके नजदीकी मतदान केंद्र पर कितनी लंबी लाइन है और कितने लोगों ने अबतक मतदान किया है।
कैसे काम करेगा ऐप
सभी मतदान केंद्रो पर इस बार अगर कोई मतदान करने जाता है, तो हेल्प डेस्क के पास ही उसका फोटो पहचान पत्र स्कैन कर लिया जाएगा। इससे ऐप पर यह पता चलेगा कि कोई व्यक्ति वोट डालने गया है। इसके बाद मतदान करने के बाद उसके फोटो पहचानपत्र को स्कैन किया जाएगा, जिससे ऐप पर पता चलेगा कि उस व्यक्ति ने मतदान कर दिया है। उक्त मतदान केंद्र पर रजिस्टर्ड जितने मतदाता है, उसमें से कितने ने मतदान किया, इसका लाइव पता चलेगा ऐप पर।