रायपुर
राज्यसभा सांसद (Rajya Sabha MP) और कांग्रेस (Congress) के नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा (Sadhvi Pragya) के नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहने और बाद में माफी मांगने पर निशाना साधा है. शुक्रवार को रायपुर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब प्रज्ञा ठाकुर ने इस तरह का बयान दिया हो. उन्होंने पहले भी ऐसा कहा है और कई बार अपने बयान पर माफी मांगी है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) बीजेपी (BJP) के मिजाज में उतरे हुए है. वो कितना भी कह दें कि माफी मांग लिया, लेकिन ये कई बार हुआ है. उन्होंने कहा कि जो नाथूराम गोडसे को महिमामंडित करते हैं, उन्हें तत्काल पार्टी से बाहर करना चाहिए.
छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे दिग्वजय सिंह ने देश की गिरती जीडीपी (GDP) को लेकर केंद्र सरकार पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) बिगड़ गई है लेकिन केंद्र के पास उसे सुधारने की कोई रणनीति नहीं है. सरकार की ओर से केवल एक ही बात दोहराया जा रहा है कि घबराने की कोई बात नहीं है.
दिग्विजय सिंह ने बेरोजगारी मुद्दे पर केंद्र को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि देश में बेरोजगारी (Unemployment) की समस्या बढ़ी है, इन्वेस्टमेंट नहीं आ रहा है. बिजली की खपत कम हो रही है लेकिन इन सभी मसलों पर केंद्र का कोई सरोकार नहीं है. उन्होंने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी की वजह से आज देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है. वहीं छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के मुद्दे को लेकर कहा कि धान पर समर्थन मूल्य किसानों का हक है, उन्हें मिलना चाहिए. केंद्र सरकार बहुत गलत व्यवहार कर रही है, जो केंद्र सरकार का रेट है, वो तो मिलना ही चाहिए.
महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) को भारत रत्न (Bharat Ratna) दिलाने का वादा किया था, जिसका शिवसेना (Shiv Sena) ने समर्थन किया था. लेकिन अब शिवसेना के साथ कांग्रेस और एनसीपी (NCP) गठबंधन की सरकार बनने पर सावरकर को भारत रत्न देने के मामले में राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का कहना है कि वो सावरकर का सम्मान करते हैं, पहले उन्होंने देश की आजादी के लिए काफी योगदान दिया है. लेकिन बाद में जब काला पानी की सजा दी गई तो उन्होंने अंग्रेजों से माफी मांगी.