खेल

गावसकर को मदद करने मैदान में उतरे सचिन

मुंबई
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावसकर को मदद करने के लिए सचिन तेंडुलकर ने 'पैडअप' कर लिया है। दरअसल, इन दोनों ने संयुक्त रूप से बांद्रा प्लॉट पर एक क्रिकेट अकादमी शुरू करने का प्रस्ताव रखा है। दरअसल, यह प्लॉट 31 वर्ष पहले सुनील गावसकर के ट्रस्ट को अलॉट किया गया था, लेकिन काफी समय तक कोई कंस्ट्रक्शन नहीं हुआ तो महाराष्ट्र हाउसिंग ऐंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) 'गावसकर ट्रस्ट' से वापस लेना चाहता है। अब इस मामले में गावसकर की मदद के लिए सचिन आगे आए हैं।

रंगशारदा सभागार के पास 21,348-वर्ग फुट का भूखंड 31 साल पहले सुनील गावसकर क्रिकेट फाउंडेशन ट्रस्ट को एक इनडोर क्रिकेट अकादमी स्थापित करने के लिए आवंटित किया गया था, लेकिन कई वर्षों में कोई निर्माण नहीं किया गया था। दिसंबर में अथॉरिटी ने राज्य सरकार से यह कहते हुए प्लॉट को वापस लेने की बात कही कि 'गावसकर ट्रस्ट' के साथ डील खत्म हो गई है।

सीएम उद्धव से मिले थे सचिन-गावसकर
दूसरी ओर, लिटिल मास्टर सुनील गावसकर ने मास्टर ब्लास्टर के साथ बिजनस पार्टनर बनने की तैयारी कर ली है। इस बारे में तेंडुलकर ने 24 दिसंबर को गावसकर के साथ मातोश्री का दौरा किया और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। पिछले महीने, गावसकर ने मुंबई उपनगर के अभिभावक मंत्री आदित्य ठाकरे से मुलाकात की, जिससे जूनियर ठाकरे (आदित्य ठाकरे) ने म्हाडा से पूछा कि क्या दोनों क्रिकेट के महानायक बांद्रा प्लॉट पर एक अकादमी स्थापित कर सकते हैं।

गावसकर और सचिन की ओर से नहीं आया कॉमेंट
इस बारे में न्यू जीलैंड में कॉमेंट्री कर रहे सुनील गावसकर की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है और न ही सचिन से बात हो सकी है। हालांकि, एनसीपी नेता और राज्य के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा- अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है। उल्लेखनीय है कि सचिन तेंडुलकर इंग्लिश काउंटी मिडिलसेक्स के साथ नवी मुंबई में पहले से ही क्रिकेट अकादमी चला रहे हैं।

60 वर्ष के लिए आवंटित किया गया है प्लॉट
म्हाडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गावसकर के ट्रस्ट को तीन साल के भीतर प्लॉट पर अकादमी का निर्माण करना था। ट्रस्ट को यह जमीन 60 के लिए आवंटित की गई थी और 1999, 2002 और 2007 में नियम और शर्तों को संशोधित किया गया था। ट्रस्ट को बाहरी स्रोतों से वित्त जुटाने की भी अनुमति दी गई थी, लेकिन 2011 में, म्हाडा को अतिक्रमण की शिकायतें मिलीं। ट्रस्ट के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव भी रखा गया था।

मामले में पॉलिटिकल एंगल
गावसकर और सचिन उद्धव के साथ मातोश्री में मुलाकात करने के तीन दिन बाद बांद्रा पश्चिम के भाजपा विधायक और मुंबई क्रिकेट असोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष आशीष शेलार ने उद्धव को लिखा कि म्हाडा को भूखंड को वापस लेने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने अपने पत्र में लिखा- गावसकर की उपलब्धियों पर हमें गर्व है और हम चाहते हैं कि उनके अनुभवों का देश को फायदा मिले, लेकिन प्लॉट को अलॉट किए 3 दशक हो गए। अब तक न तो लीज साइन हुई और न ही प्लॉट को सुरक्षित करने की कोई व्यवस्था उन्होंने की। इस तरह उस प्लॉट का कोई उपयोग नहीं हो रहा है। अगर अथॉरिटी प्लॉट वापस चाहते है तो उसे दिया जाना चाहिए।

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment