कानपुर
ट्रेनों में नई व्यवस्था के तहत खानपान का आर्डर लेते समय यदि आपने अपनी बीमारी को बताया है और उसी के हिसाब से आप खाने की डिमांड करते हैं तो आपको रास्ते में बीमारी के समय खाने योग्य भोजन या नाश्ता दिया जाएगा। आपको रास्ते में दलिया, खिच़ड़ी के अलावा बिना चीनी वाली चाय या फिर शुगर फ्री बिस्किट दिए जाएंगे। इसकी तैयारी रेल टूरिज्म एंड कैटरिंग कारपोरेशन ने कर ली है।
रेलवे ने बीमार यात्रियों की सुध ली है। सफर में उन यात्रियों का खास ख्याल रखा जाएगा जो किसी न किसी बीमारी से ग्रसित हैं और सफर करना मजबूरी है। साथ ही डॉक्टर ने उन्हें जो हल्का भोजन की राय दी है, वह भोजन अब यात्रियों को ऑन डिमांड सीट पर मुहैया होगा। इसका कोई अतिरिक्त चार्ज भी नहीं देना होगा। इस तरह के भोजन का रेट पहले से तय होगा। ताकि खाने को लेकर किसी के साथ रुपए को लेकर धोखेबाजी की घटना न हो सके। इस बात का ख्याल रखा जाएगा।
दिल्ली की ट्रेनों पर विशेष फोकस
रेलवे अफसरों का कहना है कि हावड़ा या फिर किसी अन्य रूट से होकर वाया कानपुर दिल्ली जाने वाली ट्रेनों पर विशेष फोकस है। रेलवे का मानना है कि हावड़ा, लखनऊ रूटों से आकर दिल्ली जाने वाली ट्रेनों से रोजाना कोई सात या आठ हजार बीमार यात्री आते और जाते हैं। इसी तरह मुंबई को भी रोजाना पांच से छह सौ यात्री आते-जाते हैं।
मौसम के मुताबिक बीमार यात्रियों का मेन्यू
रेलवे अफसरों ने बताया कि मौसम के हिसाब से बीमार यात्रियों के भोजन का मैन्यू रहेगा। मौसमी फलों की चाट से लेकर दूध, दलिया, खिचड़ी, शुगर फ्री चाय, बिस्किट होंगे।
कानपुर ही नहीं कई और स्टेशनों पर बेस किचन बन रहा है। आईआरसीटीसी का बेस किचन बनने के बाद बीमार यात्रियों को उनके हिसाब से भोजन या अन्य चीजें मुहैया होंगी। इसका कांट्रैक्ट में प्रावधान कराया जाएगा। -सिद्धार्थ सिंह, आईआरसीटीसी