कानपुर
कोहरे का आगाज होने के पहले ही रेलवे ने सुरक्षित यात्रा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। आटोमेटिक सिग्नल सेक्शन पर भी ट्रेनों का मैनुअल संचालन कराया जाएगा। इसके अलावा दो स्टेशनों के बीच दो ट्रेनें ही चलेंगी, जबकि ऑटोमैटिक सिग्नल सेक्शन में अभी चार से पांच ट्रेनें चलती हैं। इस बार रेलवे ने ट्रेनों की गति कम नहीं की है। कोहरे में भी 75 किलोमीटर की गति से दौड़ सकेंगी। पिछले साल यह गति 60 किमी प्रति घंटे तय की गई थी। रेलवे का यह फॉर्मूला तैयार हो गया है। इस पर अमल कोहरा शुरू होने पर ही किया जाएगा।
रेलवे अफसरों ने बताया कि कानपुर से दिल्ली के बीच पूरा सेक्शन ऑटोमेटिक है। इस सेक्शन में ही सबसे अधिक ट्रेन संचालन बाधित होता है। इस कारण रेलवे ने इससे निपटने का फॉर्मूला तैयार किया है। बताते चलें कि पिछले बार दिसंबर से शुरू हुई ट्रेनों की लेटलतीफी अप्रैल तक जारी रही थी।
दिसंबर में प्रभावी हो सकता है फॉग फॉर्मूला
रेलवे सूत्रों ने बताया कि वैसे तो फॉग से निपटने के इंतजाम कर लिए गए हैं। नए फॉर्मूले पर ट्रेनों का संचालन मौसम पर निर्भर है। वैसे रेलवे का मानना है कि फॉग दिसंबर के पहले सप्ताह में शुरू होगा, तभी इस फॉर्मूले को अपना ट्रेन संचालन शुरू कराया जाएगा।
ये और होंगे इंतजाम
स्टेशन आने के पहले आउटर सिग्नल पर एक पटाखा दगेगा
होम सिग्नल पार करने के पहले दूसरा पटाखा दगेगा
चालक केबिन में भोजन और गर्म पानी का भी इंतजाम रहेगा
चालक और गार्ड को तय समय में रेस्ट देने की रहेगी व्यवस्थारेलवे रूट से परिचिति चालक और सहायक चालक को ही भेजा जाएगा
सुरक्षा में कोई चूक नहीं
कोहरे से निपटने के इंतजाम कर लिए गए हैं। समय पर ट्रेन संचालन के लिए नई व्यवस्था की जा रही है। इससे ट्रेनें लेट नहीं होंगी और संचालन पर भी असर नहीं पड़ेगा। ट्रेनों की स्पीड भी नहीं घटानी पड़ेगी। सभी विभागों को सतर्क कर दिया गया है। परिस्थितियों के हिसाब से ट्रेनों का शॉर्ट या फिर फुल टर्मिनेशन बाद में होगा। -अजीत कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनसीआर