कोण्डागांव
कोण्डागांव जिले मे ग्रामीण इलाको मे पोषण एवं आय मे वृद्धि के साथ आत्मनिर्भता लाने हेतु कलेक्टर नीलकण्ठ टीकाम के मार्गदर्शन मे विभिन्न गांवो मे प्रशिक्षण शिविरो के माध्यम से लोगो को समूह बनाकर कृषि विभाग द्वारा केन्द्र प्रवर्तित योजना ऐग्रीकल्चरल एक्सटेंशन रिफार्म्स (आत्मा) योजना अन्तर्गत मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी क्रम मे विकासखण्ड कोण्डागांव के ग्राम पंचायत बम्हनी, बोलबाला, एंव उमरगांव (अ) मे विगत दिनो प्रशिक्षण शिविर का आयोजन हुआ। उक्त शिविर मे ग्रामीणो को मशरूम उत्पादन का लाभ बताकर इसके उत्पादन का प्रशिक्षण, आत्मनिर्भर बनाने एवं कम खर्चे में अधिक आमदनी के विषय मे विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। विदित हो कि जिले में बड़े पैमाने पर आत्मा योजना के अन्तर्गत मशरूम का उत्पादन किया जा रहा है साथ ही सभी ग्रामों में इस तरह स्वसहायता समूहों को उनके रुचि के अनुसार क्षमता विकास करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।
कुपोषण से जंग का हथियार बनेगा मशरूम
ज्ञात हो कि मशरूम में सभी प्रकार के पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट आवश्यक लवण एवं विभिन्न विटामिन प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। इससे शरीर को आवश्यक सभी पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है साथ ही इसे खाने से विभिन्न बीमारियों में भी लाभ मिलता है। मशरूम कुपोषण को दूर करने की चमत्कारी गुण रखता है साथ ही मशरूम में कई औषधीय गुण भी पाये जाते है। इन लाभो को देखते हुए शासन द्वारा मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। जिले की कई महिला समूहो द्वारा आर्थिक तौर पर सशक्त होने के लिए मशरूम की खेती को चुना जा रहा है।