रायपुर
धान खरीदी (Paddy Purchase) को लेकर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सियासत गरमा गई है. कांग्रेस (Congress) जहां केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने की तैयारी में है, तो वहीं किसान भी राज्य सरकार के खिलाफ एकजुट हो गए हैं. मालूम हो कि गरियाबंद (Gariyabandh) जिले से निकली किसानों की रैली (Farmer Rally) मंगलवरा सुबह राजधानी रायपुर (Raipur) पहुंची.
किसान रबी फसल धान के भुगतान और 15 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू करने की कर रहे मांग हैं. रायपुर पहुंचे किसानों का प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल अनुसुइया उइके (Governor Anusuiya Uikey ) से मुलाकात भी करेगा. किसान गवर्नर से अपनी मांगों को पूरा करने की गुहार लगाएंगे. बता दें कि सोमवार को राजिम मंडी से किसानों की रैली निकली थी. रास्ते में पड़ने वाले गांवों के किसानों ने पदयात्रियों का तिलक लगाकर स्वागत भी किया. अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा भी किसानों का समर्थन कर रही है.
बता दें कि तकरीबन चार महीने से भुगतान की मांग को लेकर राजिम, कुरूद और आस-पास के इलाके के किसान भटक रहे हैं. रबी फसल धान के भुगतान, 15 नवंबर से समर्थन मूल्य पर खरीदी की मांग को लेकर कर रहे किसान पैदल मार्च के लिए निकले. यात्रा पर निकलने के लिए सभी किसान राजिम कृषि मंडी परिसर में एकत्रित हुए. जैसे ही प्रदर्शनकारी किसान पदयात्रा के लिए निकले लगे, वैसे ही उन्हें पुलिस ने रोक दिया. पुलिस की कार्रवाई से किसान नाराज हो गए और नारेबाजी करने लगे. विवाद बढ़ता देख प्रशासन ने किसानों को पदयात्रा के लिए जाने की अनुमति दे दी. फिर किसान राजिम से रायपुर के लिए निकले.
पदयात्रा में शामिल किसान मंडी में बेचे गए धान का मंडी नीति से ही भुगतान, स्वामी नाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करना, 15 नवंबर से धान खरीदी की शुरूआत करना, धान खरीदी की मात्रा 22 से 25 क्वींटल करना, मंडी अधिनियम का पालन करने की मांग कर रहे हैं. इसके साथ ही 10 सूत्रीय मांगों को लेकर किसान पत्रयात्रा कर रहे हैं.