इस्लामाबाद
पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर का अंतिम मसौदा भारत को भेज दिया है. पाकिस्तान भारतीय सिख तीर्थयात्रियों से 20 डॉलर लेने पर अड़ा हुआ है. मसौदे के मुताबिक, हर कोई बिना किसी प्रतिबंध के करतारपुर कॉरिडोर का उपयोग कर सकता है. भारत कम से कम 10 दिन पहले तीर्थयात्रियों की एक सूची पाकिस्तान को सौंपेगा. पाकिस्तान इसपर 4 दिन में जवाब देगा.
करतारपुर साहिब जाने वाले सभी यात्रियों को जीरो प्वाइंट पर परिवहन की सुविधा दी जाएगी. हालांकि, पाकिस्तान की ओर से अब भी करतारपुर कॉरिडोर के खुलने की तारीख की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. हालांकि अनुमानित तारीख 9 नवंबर बताई जा रही है.
क्या है तैयारी?
श्रद्धालुओं का जत्था नवंबर के पहले सप्ताह से पाकिस्तान पहुंचने लगेगा. सिख तीर्थयात्रियों के लिए विशेष ट्रेन का भी इंतजाम किया गया है. भारत से जाने वाले सिख श्रद्धालु अटारी रेलवे स्टेशन से चलकर वाघा रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे और उसके बाद ननकाना साहिब के लिए अपनी यात्रा शुरू करेंगे.
भारत के अलावा कनाडा, ब्रिटेन समेत दुनिया के अलग अलग देशों से तीर्थ यात्रियों के पाकिस्तान पहुंचने की उम्मीद है. विदेशों में बसे सिख समुदाय के श्रद्धालु भी वाघा बॉर्डर के रास्ते ही पाकिस्तान जाएंगे.
पाक में भी तैयारी शुरू
बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालुओं के ननकाना साहिब पहुंचने की उम्मीद से पाकिस्तान ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए वाघा बॉर्डर पर कस्टम और आव्रजन विभाग के अतिरिक्त काउंटर खोले जाएंगे. गौरतलब है कि प्रकाशोत्सव से पहले करतारपुर कॉरिडोर का भी शुभारंभ होना है.