भोपाल
ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा भाजपा का दामन थामने के बाद और उनके 22 समर्थक विधायकों के बगावती तेवर देखते हुए कमलनाथ सरकार अब सिंधिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने जा रही है। कभी सिंधिया के खास रहे और अभी प्रबल विरोधियों में से एक पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा ने सिंधिया को प्रदेश का सबसे बड़ा भूमाफिया बता दिया है और अब कमलनाथ सरकार ग्वालियर और विदिशा स्थित ज्योतिरादित्य सिंधिया की जमीनों की पड़ताल करने जा रही है।
सूत्रों की मानें तो सरकार के पास इस तरह का काफी इनपुट है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ जमीनी शिकायतों के कई मामले लंबित हैं। शिवराज सरकार के रहते तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बात की घोषणा की थी कि जल्द ज्योतिरादित्य सिंधिया की जमीनों के बारे में खुलासे होंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सांसद प्रभात झा ने तो इस बारे में बिल्कुल मोर्चा ही खोल लिया था और साफ तौर पर कहा था कि सिंधिया न केवल ग्वालियर बल्कि शिवपुरी में भी सरकारी जमीन घेरे हुए हैं। सिंधिया के बीजेपी ज्वाइन करने के तुरंत बाद सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए ग्वालियर गुना और विदिशा के कलेक्टर बदल दिए हैं । इतना ही नहीं ,सिंधिया समर्थक मंत्री इमरती देवी और गोविंद सिंह राजपूत के विधानसभा क्षेत्रों के एसडीएम भी बदल दिए गए हैं । संभावना है कि कमलनाथ सरकार अब जल्द इन लोगों के खिलाफ एक्शन ले सकती है।