उन्नाव
ट्रांसगंगा सिटी से खदेड़ दिए जाने पर गुस्साए किसानों ने रविवार की सुबह ट्रांसगंगा सिटी के पास बने गोदाम और मिक्सर वाहन में आग लगा दी। गोदाम से एक किलोमीटर की दूरी पर पुलिस फोर्स तैनात था। गोदाम में पानी के प्लॉस्टिक पाइप रखे होने से आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। आग से काफी ऊंचाई तक धुआं का गुब्बार उठने से गांव में दहशत फैल गई। दमकल कर्मियों ने दो फायर मोटर लगाकर आधा घंटे के अंदर आग पर काबू पा लिया। आगजनी से कोई हताहत नहीं हुआ है। आगजनी की घटना के बाद मौके पर पहुंचे डीएम व एसपी ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। ट्रांसगंगा सिटी से खदेड़ दिए जाने पर गुस्साए किसानों ने रविवार की सुबह ट्रांसगंगा सिटी के पास बने गोदाम और मिक्सर वाहन में आग लगा दी। गोदाम से एक किलोमीटर की दूरी पर पुलिस फोर्स तैनात था।
ट्रांसगंगा सिटी साइड पर यूपीसीडा ने निर्माण कार्य के लिए अलग-अलग गोदाम बना रखे हैं। रविवार की सुबह आंदोलित किसानों ने गंगा सिटी की साइड पर बने गोदाम में पानी के प्लॉस्टिक पाइप काफी संख्या में रखे हुए थे। किसानों ने पेट्रोल व डीजल डालकर गोदाम में रखे पाइप में आग लगा दी। प्लॉस्टिक पाइप में आग पकड़ने पर काफी विकराल रूप धारण कर लिया था। गंगासिटी क्षेत्र के आसपास केवल धुंआ का गुब्बार उठता नजर आ रहा था। जानकारी होते ही दमकल कर्मियों ने अपने दो फायर वाहन लगाकर किसी तरह आग पर काबू पाया।
इस दौरान पुलिस ने आसपास मौजूद लोगों को लाठी पटक कर खदेड़ दिया था। इसी दरम्यान दोबारा गुस्साएं किसानों ने यूपीसीडा के मिक्सर वाहन में आग लगा दी। दमकल कर्मियों ने वाहन में लगी आग पर भी काबू पा लिया है। मामला की जानकारी होते ही डीएम देवेन्द्र कुमार पाण्डेय और एसपी माधव प्रसाद वर्मा भी घटनास्थल पर पहुंच गए। मौके पर मौजूद एडीएम राकेश सिंह ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। आगजनी की घटना से अभी तक कोई हताहत नहीं हुआ है। घटना को अंजाम देने वाले अराजक तत्वों पर रिपोर्ट दर्ज कर करवाई की जाएगी।
बता दें कि शनिवार को उन्नाव के गंगा बैराज रोड स्थित ट्रांसगंगा सिटी में काम कराने पहुंची प्रशासन और यूपीसीडा की टीम पर किसानों ने हमला बोल दिया। पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया तो उग्र ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। पथराव में एएसपी एएसपी विनोद पांडेय, सीओ अंजनी कुमार राय समेत 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए। जवाब में पुलिस के लाठीचार्ज में 50 से ज्यादा ग्रामीण घायल हो गए। शाम को ग्रामीणों ने फिर दबाव बनाने की कोशिश की, तो पुलिस ने हवाई फायरिंग कर स्थिति संभाली।
यूपीसीडा के अधिकारी व चीफ इंजीनियर सुबह ट्रांसगंगा सिटी में काम कराने पहुंचे थे, इस पर किसानों ने उनकी पिटाई की और पथराव शुरू कर दिया। पथराव में जेसीबी मशीन और कार क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। तनाव के बीच कुछ देर काम हुआ, लेकिन दोपहर बाद सैकड़ों किसान और ग्रामीण फिर काम रुकवाने पहुंच गए। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो धक्का देते हुए भीड़ आगे बढ़ने लगे। पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और वाटर कैनन से पानी की बौछार मारी। विरोध में भीड़ पथराव करने लगी तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को ट्रांसगंगा सिटी से खदेड़ दिया। इसमें कई ग्रामीणों के हाथ-पैर टूट गए और उनकी दो दर्जन बाइकें और एक कार क्षतिग्रस्त हो गई। शाम करीब चार बजे को ग्रामीणों ने फिर दबाव बनाने की कोशिश की तो पुलिस ने हवाई फायरिंग कर की जिससे दहशतजदा ग्रामीण पीछे हट गए।