भोपाल
उच्च शिक्षा विभाग के निजी और सरकारी 1250 कालेजों की करीब दस लाख सीटों में से सीएलसी खत्म होने तक चार लाख 63 हजार दाखिले हुए हैं। चौकाने वाले बात ये है कि प्रदेश भर में छात्राओं का दाखिले छात्रों की अपेक्षा ज्यादा हुए हैं। ये आंकड़े आज से शुरू होकर 12 सितंबर तक चलने वाले राउंड पहले आओ पहले पाओ में और बढ़ जाएंगे।
दसवीं और 12 वीं की परीक्षाओं में छात्राओं के पास प्रतिशत छात्रों की अपेक्षा ज्यादा रहा है। इसी कड़ी में कालेजों में प्रवेश का प्रतिशत छात्रों की अपेक्षा छात्राओं का ज्यादा रहा है। वे स्नातक और स्नातकोत्तर में छात्रों से आगे बढ़कर प्रवेश ले रही हैं। यहां तक उनके उत्तीर्ण अंक छात्रों से ज्यादा रहे हैं, जिसके कारण कोएड कालेजों में भी उनके प्रवेश प्राथमिकता से हुए हैं। प्रदेश में यूजी-पीजी में करीब दस लाख हजार सीटें हैं। इसमें से चार लाख 63 हजार विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है। इसमें दो लाख 46 हजार दाखिले छात्रा और दो लाख 16 हजार प्रवेश छात्रों ने लिए हैं।
आयुक्त राघवेंद्र सिंह ने सूबे के हरेक कालेज के प्राचार्य को सीटों में बढ़ोतरी करने के पृथक से आदेश दिए हैं, ताकि कोई भी विद्यार्थी सीट फुल होने के बाद प्रवेश लेने से वंचित नहीं हो जाए। वहीं आयुक्त सिंह ने नये पंजीयन के साथ सत्यापन कराकर प्रवेश लेने के लिए दस दिन का समय तक दिया है। कोर्स में 100 सीट थीं। काउंसलिंग के पहले राउंड में 40 और दूसरे राउंड में 60 रिक्त सीटों पर दस फीसदी सवर्ण आरक्षण (ईडब्ल्यूएस) लागू कर 26 प्रतिशत की बढ़ोतरी पर 16 सीट सहित, कुल सीटें 76 प्रदर्शित करते हुए, द्वितीय चरण की प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हुई। कालेज में किसी कोर्स में कुल मूल सीटों की संख्या 116 (40+60+16) हो गई है। तब प्राचार्य कोर्स की 116 सीट पर 10 से 25 फीसदी सीटें बढ़ा सकते हैं।