गणेश चतुर्थी के लिए हर कोई अपने घर सबसे सुंदर गणेश मूर्ति लाने की इच्छा रखता है, लेकिन प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियां दिखने में तो भले ही अच्छी लगें लेकिन यह वातावरण को काफी नुकसान पहुंचाती हैं। तो क्यों न इस बार आप अपने घर पर इको-फ्रेंडली गणेश मूर्ति लाएं। इसके लिए आप नीचे लिखे पांच ऑप्शन में से किसी एक को चुन सकते हैं।
मिट्टी की मूर्ति
पीओपी की जगह मिट्टी से बनी मूर्ति लाएं। हालांकि, यह ध्यान रखें कि मार्केट में कई बार पीओपी की मूर्तियों को ही दुकानदार मिट्टी की बताकर बेच देते हैं, इसलिए मूर्ति लेते वक्त खास सावधानी बरतें।
पौधे के बीज वाली मूर्ति
आजकल मार्केट में ऐसी मूर्तियां भी मिलती हैं जो मिट्टी से तो बनी होती ही हैं साथ ही में इनमें किसी पौधे का बीज भी होता है। मूर्ति को गमले में डालकर विसर्जित किया जाए तो इसमें मौजूद बीज मिट्टी के साथ मिल जाता है और थोड़े दिनों बाद पौधा उगने लगता है।
पेपर से बनी मूर्ति
मार्केट में पेपर मैश से बनी मूर्तियां भी मिलती हैं। हालांकि, ऐसी मूर्तियां आप कहां खरीद सकते हैं यह पता लगाने के लिए थोड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है क्योंकि कम ही लोग इसे बनाते हैं। पेपर से बनी मूर्ति विसर्जन के बाद आसानी से मिट्टी के साथ घुल जाती हैं और वातावरण को नुकसान नहीं पहुंचातीं।
गोबर से बनी मूर्ति
जी हां, हैरानी की बात तो है लेकिन कुछ जगहों पर गोबर और पेपर की मदद से भी मूर्तियां बनाई जाती हैं। इनकी कीमत भले ही थोड़ी ज्यादा हो लेकिन अगर प्रकृति के लिए कुछ करना है तो थोड़ी सी कीमत ज्यादा देने में कोई बुराई नहीं है।
इको-फ्रेंडली कॉम्बिनेशन
कई मूर्तियां ऐसी भी होती हैं जो एक नहीं बल्कि कई तरह के नैचरल चीजों से बनी होती हैं। इन्हें बनाने के लिए मिट्टी, पेपर, कुमकुम, नैचरल कलर्स आदि का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे मूर्ति का कोई भी हिस्सा प्रकृति को नुकसान नहीं पहुंचाता।