इलायची का आकार भले ही छोटा हो लेकिन इसके फायदे बड़े-बड़े हैं। इसके औषधीय गुण बहुत काम के हैं। हर रसोईघर में पाई जाने वाली हरी इलायची कभी जायका ठीक करती है, तो कभी मूड अच्छा कर देती है। और तो और खीर, हलवा और पुलाव जैसे कई पकवानों के स्वाद में भी चार चांद लगा देती है। हरी इलायची पेट के आसपास जिद्दी फैट नहीं जमने देती है। हमारे शरीर का कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी नियंत्रित करती है।
जिद्दी फैट को जमने नहीं देता
पेट के आसपास जमा वसा सबसे जिद्दी होती है और यह किसी के भी व्यक्तित्व को भी खराब कर देती है। हरी इलायची इस जिद्दी फैट को जमा नहीं होने देती है। यह वसा कई हृदय संबंधी बीमारियों की जड़ भी होती है।
शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालती है
आयुर्वेद की मानें तो हरी इलायची शरीर में मौजूद विषैले तत्वों को बाहर निकालने में भी मदद करती है। यह तत्व शरीर के रक्त प्रवाह में व्यवधान पैदा कर सकते हैं और हमारी ऊर्जा का स्तर भी घटाते हैं। इलायची की चाय इसके लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकती है।
पेट फूलने से बचाती है
हरी इलायची अपच की समस्या से बचाती है, जिससे कभी-कभी पेट फूलने की समस्या भी हो सकती है। यही वजह है कि हरी इलायची को गैस्ट्रोइन्टेस्टाइनल विकारों की प्रचलित दवा कहा जाता है। अच्छा पाचन तंत्र वजन घटाने के लिए अहम है।
शरीर में पानी जमा नहीं होने देती
शरीर में मूत्र के रूप में पानी को जमा होने से रोकती है। हरी इलायची के आयुर्वेदिक गुणों की बात करें तो यह गुर्दों के सुचारु कार्य को प्रोत्साहित करती है।
खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाए
वसा घटाने के गुणों के कारण इलायची शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाने का काम करती है। यह एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को भी घटाने में मदद करती है।