नई दिल्ली
आयुष्मान खुराना की फिल्म 'बाला' का विवाद अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. फिल्म 'उजड़ा चमन' के निर्देशक अभिषेक पाठक ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करके 'बाला' की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है. याचिका में कहा गया कि 'बाला' फिल्म ने निर्देशक दिनेश विजान ने कॉपी राइट्स का उल्लंघन किया है. सुप्रीम कोर्ट 4 नवंबर को याचिका पर सुनवाई करेगा.
क्या है पूरा विवाद?
बता दें कि उजड़ा चमन के मेकर्स बाला पर कॉपीराइट का उल्लंघन के आरोप लगा रहे हैं. मेकर्स का कहना है कि उनकी फिल्म कन्नड़ मूवी Ondu Motteye Kathe की रीमेक है और उनके पास ओरीजनल फिल्म के कॉपीराइट हैं.
मुंबई मिरर से बातचीत में उजड़ा चमन के डायरेक्ट अभिषेक ने बताया था- मुझे लगता है कि अच्छी कहानियां ज्यादा से ज्यादा लोग देखें. मेरी कंपनी पैनोरमा स्टूडियोज इस तरह के रत्नों को हमेशा ढूंढ़ती रहती है. अलोन और दृश्यम भी ऑफिशियल रीमेक ही हैं. 2018 में हमें Ondu Motteye Kathe की कहानी मिली, इस उद्देश्य के साथ कि इसके नए वर्जन को इस साल यानी 2019 में ही रिलीज कर दिया जाएगा. मेरी टीम ने इसे 8 नवंबर को रिलीज करने की सलाह दी. जबकि, बाला की टीम शुरू से ही फिल्म के रिलीज डेट को लेकर अनिश्चित है, 22 नवंबर से लेकर 15 नवंबर फिर 7 नवंबर जो कि मेरे फिल्म के बस एक दिन पहले है."
बाला पर चल रहे विवाद पर क्या बोले थे दिनेश विजान?
दूसरी ओर बाला के प्रोड्यूसर दिनेश विजान ने इस मसले पर बताया था- उनकी कंपनी मैडॉक फिल्म्स ने एक ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी किया है जिसमें लिखा है,"बाला कई महीनों से इस प्रोजेक्ट में इनवॉल्व थी. यह फिल्म हमारे दिल के काफी करीब है क्योंकि हम वर्तमान समय के उन चैलेंजिंग सोशल मुद्दों पर बात कर कुछ करना चाहते हैं, जैसा कि गंजेपन और सांवले रंग पर. अगर इस तरह के मुद्दे पर और भी फिल्में हैं तो दर्शकों के पास चूज करने के लिए वेराइटी है, इसमें कुछ भी बुरा नहीं है. यह बदकिस्मती है. मैडॉक अपनी फिल्म की मौलिकता के साथ मजबूती से खड़ा है.''