मेरठ
आखिरकार समाजवादी पार्टी (एसपी) संरक्षक मुलायम सिंह यादव की हिदायत और नसीहत के बाद पार्टी मुखिया अखिलेश यादव सासंद आजम खान के समर्थन में उतरने जा रहे हैं। वह 9 सिंतबर को आजम खान पर दर्ज हुए एफआईआर को उत्पीड़न बताकर विरोध जताने रामपुर पहुंचेंगे। रात बिताकर सपाइयों का जमावड़ा लगाकर आगे की रणनीति तय करेंगे। समाजवादी पार्टी की तरफ से अखिलेश यादव के 9 सितंबर को रामपुर पहुंचने और पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करने का प्रोग्राम भी जारी कर दिया गया है। रामपुर में अभी भी धारा 144 लागू है।
खुफिया विभाग अलर्ट हो गया। प्रशासन भी टकराव की आशंका के चलते सतर्क है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव के बाद आजम खान के खिलाफ कार्रवाई की बाढ़ आ गई है। उनके खिलाफ चोरी, जमीन कब्जाने, डकैती के करीब 80 से ज्यादा केस दर्ज हो चुके हैं। चुनावी आचार संहिता के मामले भी उनके खिलाफ दर्ज हैं। आजम की गिरफ्तारी के वॉरंट पांच केस में जारी हो चुके हैं। उसका नोटिस उनके घर पर चस्पा हो गया है। उनके विधायक बेटे, सांसद पत्नी और भाई के खिलाफ भी केस दर्ज हैं। इससे पहले भी 9 अगस्त को रामपुर जिला प्रशासन की आजम के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को लेकर अखिलेश यादव ने प्रशासन को घेरने के लिए 10 जिलों के कार्यकर्ताओं को रामपुर पहुंचने आह्वान किया था। प्रशासन ने नाकेबंदी करके सपाइयों को रास्ते में ही रोक दिया था। जिससे एसपी कोई बड़ा संदेश देने में नाकाम रही थी।
मुलायम ने दी थी नसीहत और हिदायत
हाल में एसपी संरक्षक ने मुलायम सिंह यादव ने आजम खान के समर्थन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पार्टी कार्यकर्ताओं से संघर्ष करने के आह्वान के साथ कहा था कि आजम खान ने मेहनत से जौहर यूनिवर्सिटी बनाई है। भीख मांगकर, देश-विदेश से चंदा लेकर और अपनी सारी पूंजी इसमें लगा दी। आजम पढ़े-लिखे और गरीब परिवार के जमीन से जुड़े नेता हैं। उन्हें परेशान किया जा रहा है। मुलायम ने एसपी कार्यकर्ताओं और नेताओं से आजम के समर्थन में खड़े होने को कहा था। उन्होंने कहा था, 'पार्टी आजम खान के मामले में चुप नहीं बैठेगी। जरूरत पड़ेगी तो मैं भी आगे आऊंगा। आजम की बेइज्जती का कार्यकर्ता विरोध करें।'