छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 02 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी जी के 150वीं जन्म दिवस के अवसर पर 0 से 5 आयु वर्ग के कुपोषित बच्चों एवं 15 से 49 आयु वर्ग की एनीमिया पीड़ित महिलाओं को कुपोषण एवं एनीमिया से मुक्त कराने के लिए ‘‘मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान’’ प्रारंभ किया गया है। राज्य शासन द्वारा इस अभियान में अधिक से अधिक जनभागीदारी को शामिल करते हुए कुपोषण एवं एनीमिया को जड़ से समाप्त करने हेतु व्यापक रूप से अभियान क्रियान्वित किए जाने का निर्णय लिया गया है।
जिले को कुपोशण मुक्त बनाने के लिए सुपोशित छत्तीसगढ के तहत सुराजी सुपोशित कोरिया अभियान तथा एनीमिया रोकथाम हेतु सुपोशित जननी अभियान का संचालन किया जा रहा है। इसके लिए जिला, विकासखंड एवं ग्राम स्तर पर समिति का गठन कर लिया गया है। गठित समिति मे जिला स्तर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी, विकासखंड स्तर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं ग्राम स्तर पर सरपंच अध्यक्ष होंगे। इसके बेहतर क्रियान्वयन हेतु माह के द्वितीय एवं चतुर्थ षुक्रवार को कुपोशित बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए षिविर का भी आयोजन किया जा रहा है। आंगनबाडी केंद्रों में एनीमिक महिलाओं एवं कुपोशित बच्चों की सूची भी चस्पा की जा रही है। जिले में सुराजी सुपोषित कोरिया अभियान के बेहतर संचालन से तीस प्रतिषत बच्चे सामान्य श्रेणी में आ चुके हैं।
राज्य में व्याप्त कुपोषण एवं एनीमिया के स्थिति को देखते हुए उसके रोकथाम एवं राज्य को कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त बनाने हेतु उन्हें आवश्यकता तथा रूचि अनुरूप नियमित पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने हेतु जिला स्तर पर भी प्रयास किये जा रहे है। मुख्यमंत्री भूपेष बघेल के निर्देश अनुरूप कोरिया जिले को कुपोषण मुक्त बनाने हेतु कलेक्टर के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग जिला-कोरिया द्वारा कार्ययोजना तैयार करते हुए जिले में ‘‘सुपोषित छत्तीसगढ़: सुराजी सुपोषित कोरिया अभियान’’ संचालित किया जा रहा है एवं जिले को एनीमिया मुक्त बनाने हेतु ‘‘सुपोषित छत्तीसगढ़: एनीमिया रोकथाम हेतु सुपोषित जननी अभियान’’ प्रारंभ किया गया है।
उल्लेखनीय है कि जिले में 0 से 5 वर्ष के आयु के बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने हेतु माह जुलाई 2019 से विधानसभा अध्यक्ष, सांसद, विधायक एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में ‘‘सुराजी सुपोषित कोरिया अभियान’’ का विधिवत शुभारंभ करते हुए संचालन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत लगभग 12,829 कुपोषित बच्चों (9586 मध्यम कुपोषित एवं 3243 गंभीर कुपेाषित बच्चे) को लक्षित किया गया है। सुराजी सुपोषित कोरिया अभियान अंतर्गत 02 प्रमुख कार्यक्रमों में से ‘‘परिवार आधारित पोषण एवं जागरूकता संवाद’’ कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है ।
परिवार आधारित पोषण एवं जागरूकता संवाद कार्यक्रम अंतर्गत जिले की सभी परियोजनाओं में ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा सप्ताह के प्रति बुधवार एवं शुक्रवार को अपने केंद्र में दर्ज प्रत्येक मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चें के घर गृहभेंट कर उसकी पसंद अनुसार एक अंडा/बादामपट्टी खिलाया जा रहा है एवं बच्चे के उपरी आहार तथा उसके भोजन व स्वच्छता संबन्धी आदतों का परीक्षण कर बच्चें के स्वास्थ्य एवं पोषण व स्वच्छता विषय पर बच्चें के माता-पिता एवं परिवार वालों को उचित परामर्श प्रदान किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत लक्षित बच्चों को अब तक 1 लाख 40 हजार अंडा एवं 30 हजार से अधिक सोयाबादामपट्टी का वितरण किया जा चुका है।
माह के द्वितीय एवं चतुर्थ षुक्रवार को कुपोशित बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए षिविर का भी आयोजन जिले के सभी 50 ब्भ्ब्ध्च्भ्ब्ध्ैभ्ब् में किया जा रहा है। जिसमें नजदीकी ग्राम पंचायत एवं स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत आने वाले ऑगनबाड़ी केंद्रों के सभी मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य जॉच के उपरांत वजन, उंचाई एवं एमयूएसी टेप का माप लिया जा रहा है। बच्चों के स्वास्थ्य जॉच हेतु उपस्थित अभिभावकों को बच्चे के पोषण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संबन्धी आदतों के संबन्ध में उचित परामर्श प्रदान कर स्वास्थ्य जॉच उपरांत बच्चों के आवश्यकतानुसार उन्हें दवाई उपलब्ध कराई जा रही है। स्वास्थ्य जॉच एवं गृहभेंट संबन्धी जानकारी पृथक से ऑबनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा सुपोषण पंजी एवं अनुश्रवण कार्ड में संधारित की जा रही है। जिससे प्रत्येक बच्चे के पोषण स्तर की नियमित निगरानी हो सके।
विगत 02 अक्टूबर 2019 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर जिले के सभी बाल विकास परियेाजनाओं के 54 सेक्टर मुख्यालयों के ऑगनबाड़ी केंद्रों के अतिरिक्त 854 ऑगनबाड़ी केंद्रों में एनीमिया जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सभी को एनीमिया के विषय में जानकारी प्रदान की गई। इसके अलावा सभी को मुख्यमंत्री के कुपोषण एवं एनीमिया रोकथाम के संकल्प को पढ़कर सुनाया गया और संकल्प दिलाया गया। एनीमिक महिलाओं के चिन्हांकन हेतु जिलें में स्वास्थ्य परीक्षण शिविरों का आयोजन किया गया है। एनीमिक महिलाअेां के चिन्हांकन एवं सत्यापन उपरांत उन्हें ऑगनबाड़ी के माध्यम से सप्ताह में सोम, बुध एवं षुक्रवार को गर्म भोजन का वितरण किया जा रहा है।
जिले में संचालित सुराजी सुपोषित कोरिया अभियान के सफल एवं बेहतर क्रियान्वयन के फलस्वरूप 6 माह से 05 वर्ष के कुपोषित बच्चों के पोषण स्तर में सकारात्मक परिणाम सामने आये है। माह जुलाई 2019 से जिला कोरिया में प्रति सप्ताह बुधवार एवं शुक्रवार को अण्डा/मूंगफलीचिक्की के वितरण व सेवन से कुपोषित बच्चों के पोषण स्तर में सकारात्मक सुधार हुआ है एवं बच्चे गंभीर कुपोषण से मुक्त होकर मध्यम एवं मध्यम से सामान्य श्रेणी में आ रहे हैं। अभियान के सफल संचालन एवं समाप्ति उपरांत मुख्यमंत्री की मंषानुरूप कोरिया जिले में 03 वर्ष के भीतर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकेगा।