इसका उद््देश्य पुस्तकों से पाठकों को जोडऩा, पुस्तकों को पढ़कर, उस पर खुलकर सार्थक, सारगर्भित चर्चा करना, लोगों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाना है
भोपाल. साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा प्रदेश में पुस्तक-पाठक संस्कृति को बढ़ावा देने और सभी को बेहतर साहित्य उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश भर में पाठक मंच केन्द्रों की पुन: स्थापना की गई है। जिसका उद््देश्य पुस्तकों से पाठकों को जोडऩा, पुस्तकों को पढ़कर, उस पर खुलकर सार्थक, सारगर्भित चर्चा करना, लोगों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाना आदि है।
बता दें कि पुस्तकें ज्ञान का भंडार होती हैं। समस्त साहित्य प्रेमियों ने साहित्य अकादमी, संस्कृति परिषद भोपाल की पाठक मंच योजना का स्वागत किया है।
इस योजना में मूर्धन्य साहित्यकारों की पुस्तकें पाठक मंच केन्द्र संयोजकों के जरिए सुधि पाठकों तक पहुंचाई जाती हैं। इसमें सभी इन पुस्तकों को न सिर्फ पढ़ें, बल्कि इन पर अपनी समीक्षात्मक टिप्पणी भी लिखकर साहित्य अकादमी को भेजें।
भोपाल में मीनाल रेसीडेंसी, जेके रोड के लिए अनीता सक्सेना को पुन: पाठक मंच केंद्र संयोजक की यह जिम्मेदारी दी गई है। साहित्य अकादमी के इस पाठक मंच का सम्पूर्ण मीनाल वासियों को लाभ मिलेगा।